25 मई को जब हमारे बेतवा अध्ययन एवं जन जागरण समूह ने बेतवा नदी के उदगम स्थल को पुनर्जीवित करने के लिए जल संरक्षण कार्यों की शुरुआत की थी तब यह कल्पना नहीं की थी कि बेतवा श्रमदान सप्ताह में हमें इतना अधिक सहयोग मिलेगा कि इस दौरान सड़ी गर्मी के दिनों में मात्र सात दिन में 55 चैक डैम बन जाएंगे।

अभी भी विश्वास नहीं हो रहा कि हम लोगों ने एक सप्ताह में पचपन चैक डैम बना दिए। यह इसीलिए संभव हो पाया कि हमारे समूह को भोपाल, विदिशा, इंदौर, हरदा, बैतूल और गंजबासौदा के श्रमदानी समूहों का अदभुत सहयोग मिला। इन सभी साथियों को बाद में व्यक्तिगत और समूह के रूप में आभार व्यक्त करेंगे, अभी तो हम सबको सामूहिक साधुवाद। उम्मीद बनी है कि बरसात में यह सब चैक डैम काफी जल संरक्षण करेंगे और बेतवा उदगम स्थल का जल स्तर बढ़ाकर उसे पुनर्जीवित कर सकते हैं।

11 लोग और लोग चढ़ रहे हैं की फ़ोटो हो सकती है

न्यूज़ सोर्स :